इक आह सी दिल में उठती है, इक दर्द जिगर में उठता है, हम रात में उठके रोते हैं, जब सारा ज़माना सोता है. ये मेरा जीवन है, जो जाने मुझ से क्या चाहता है. दिन होता है तो कुछ और तलाश होती है, रात होती है तो कुछ और तलाश होती है. जब चलते हैं तो इक मंजिल …
- Page 2 of 2
- 1
- 2